Zero to One Book Summary in Hindi | बिज़नेस को सफल बनाने के 7 बेहतरीन नियम

4.5/5 - (2 votes)

Zero to One Book Summary in Hindi: दोस्तों, जीरो टू वन कोई साधारण बुक नहीं है, बल्कि यह एक Business Guide है। इस किताब में बिजनेस से जुड़े उन सभी पहलुओं पर बात की गई है, जिनके बारे में हर वो इंसान जाना चाहता है, जो बिजनेस करना चाहता है, या फिर एक नया स्टार्टअप खड़ा करना चाहता है। अगर आप कोई बिजनेस करते हैं या करना चाहते हैं तो ये किताब आपके लिए काफी मददगार साबित होगी।

जीरो टू वन किताब का सारांश हिंदी में

लेखक/Authorपीटर थिएल/Peter Thiel
प्रकाशक/PublisherRandom Publishing House
मूल भाषा/Original LanguageEnglish
मूल शीर्षक/Original TitleZero to One
हिंदी अनुवाद शीर्षक/Hindi Translate Languageजीरो टू वन 
श्रेणी/GenreSelf-Help/Business
ISBN978-0753555194
हिंदी में खरीदने के लिएयहाँ क्लिक करें
अंग्रेज़ी में खरीदने के लिएयहाँ क्लिक करें
Blog Post TitleZero to One Book Summary in Hindi

Zero to One Book Summary in Hindi

इस किताब में आपको किसी भी स्टार्टअप या बिजनेस को Zero से Start करने की प्रेरणा दी गई है, ना कि One से, साथ ही आपको समझाया गया है कि कैसे आप किसी बिज़नेस को Zero से शुरुआत करके भी दूसरों सेआगे निकल सकते हैं।

हमने  Zero to One Book Summary in Hindi में बड़े ही सरल तरीके से इस किताब के महत्वपूर्ण नियमों को समझाने की कोशिश की है।

दोस्तों हमारा ये आर्टिकल Peter Thiel द्वारा लिखी गई, दुनिया की Best Seller बुक Zero to One का हिंदी सारांश है।

आइये इस बुक समरी की शुरुआत करने से पहले इस Book के लेखक Peter Thiel के बारे में भी थोड़ा सा जान लेते हैं।

Peter Thiel कौन हैं?

Peter Thiel एक Successful Entrepreneur, Businessman, Investor होने के साथ-साथ एक अच्छे Author भी हैं। Peter Thiel और Elon Musk ने 1998 में Paypal की शुरुआत की थी।

Zero to One Book Summary in Hindi
Zero to One Book Summary in Hindi

आप जानते ही होंगे कि Paypal के जरिए बड़े ही आसान तरीके से Online Money Transfer की जा सकती है। Paypal वर्तमान समय में 100 Million Dollar से भी ज्यादा Valuation वाली Company बन चुकी है।

2004 में Peter Thiel ने फ़ेसबुक में पहला बाहरी निवेश किया और  निदेशक के रूप में फ़ेसबुक में कार्य किया। इनके द्वारा थिएल फैलोशिप की शुरुआत की गई, जिसके जरिये युवाओं को स्कूली शिक्षा से पहले, सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।

Peter Thiel “थिएल फाउंडेशन का नेतृत्व करते हैं, जो तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने और भविष्य के बारे में Long Term सोचने के लिए काम करता है।

Zero to One Book Summary in Hindi आपको क्यों पढ़नी चाहिए

Peter Thiel की Zero to One बुक हर उस इंसान को पढ़नी चाहिए, जो नया Start-up या कोई Business शुरु करना चाहता है, या फिर Entrepreneur बनना चाहता है। 

Facebook के सीईओ मार्क जुकरबर्ग इस किताब के बारे में लिखते हैं कि “Zero to One Book दुनिया में खुद की पहचान बनाने के बिल्कुल नए और ताज़ा विचार प्रस्तुत करती है।” 

चलिए अब 0 to 1 Book in Hindi के मुख्य भाग की शुरुआत करते हैं…

What is Zero to One | जीरो टू वन क्या है?

जैसा कि आप जानते हैं, इस बुक का टाइटल Zero to One है। सबसे पहले हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि आखिर Zero to One का मतलब क्या है।

Author कहते हैं कि हम अपने बिजनेस को दो डायरेक्शन में ले जा सकते हैं। पहला 1 से N की तरफ, दूसरा 0 से 1 की तरफ। यहां 0 का मतलब है, कुछ भी मौजूद ना होना, जबकि 1 का मतलब है, सब कुछ मौजूद होना

Author कहते हैं, कि अगर आप Successful Businessman बनना चाहते हैं, तो आपको अपने Business या Start-up की शुरुआत 0 (Zero) से करनी चाहिए।

इसका मतलब है कि आपको सिर्फ ऐसा Product बनना चाहिए, जो Market में पहले से उपलब्ध ना हो या फिर जो किसी अन्य कंपनी द्वारा अभी तक नहीं बनाया गया हो।

चलिये इसे एक Example से समझते हैं। यहां हम Drinking Water का उदाहरण ले रहे हैं। Market में Bisleri, Kinley, Himalayan Mineral Water, Aquafina जैसी दिग्गज कंपनियों की Drinking Water Bottle मौजूद हैं, जो 1 (One) की स्थिति को दर्शाता है क्योंकि यहां सब कुछ पहले से ही मौजूद है।

आप Drinking Water के बारे में पहले से ही सब कुछ जानते हैं, कि Bottle कैसी होनी चाहिए। इसकी मांग कहां ज्यादा है। इसका मार्केट कितना बड़ा है। Factory लगाने के लिए कौन-कौन सी चीजों की जरूरत होगी।

अगर आप Drinking Water बनाने का बिजनेस शुरू कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप 1 से N की तरफ जा रहे हैं।

इसका मतलब ये हुआ कि जो चीज मार्केट में पहले से मौजूद है। आप सिर्फ उसी चीज की Copy कर रहे हैं। आप एक ऐसा काम करने जा रहे हैं। जिसको कैसे करना है इसकी पूरी जानकारी आपके पास है।

जब आप Innovate (नई खोज) करके, किसी ऐसी चीज को बनाते हैं, जो पहले से मार्केट में मौजूद नहीं है। तो उस स्थिति को 0 से 1 की तरफ जाना कहते हैं।

0 से 1 की स्थिति में आपके सामने बहुत-सी समस्याएं आयेंगी क्योंकि आपको नहीं पता होगा कि यह काम कैसे करना है? और कब करना है?

यह काम Successful होगा या नहीं, लेकिन Successful बिजनेस की शुरुआत करने के लिए आपको Zero से One की तरफ ही जाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें:Rich Dad Poor Dad Book Summary | अमीर कैसे बनें?

What is Monopoly Market | एकाधिकार बाजार क्या है?

Monopoly Market एक ऐसी मार्केट संरचना है, जिसमें कोई कंपनी किसी Product की एकमात्र निर्माता या विक्रता होती है। जिसका बाजार में कोई अन्य विकल्प उपलब्ध नहीं होता।

जिस समय Peter Thiel ने Paypal की शुरुआत की, उस समय किसी ने सोचा भी नहीं था, कि कोई ऐसी भी Technology होनी चाहिए जिससे पूरी दुनिया में कहीं भी और कभी भी Online Money Transfer की जा सके इसीलिए आज Paypal की मार्केट में Monopoly है।

कोई भी बिजनेस Market में तभी Successful होता है जब उसका मार्केट में एकाधिकार (Monopoly) हो। Monopoly उस Condition को कहा जाता है, जब किसी उत्पाद का मार्केट में सिर्फ एक ही Seller मौजूद होता है।

Peter Thiel कहते हैं कि किसी भी Businessman को हमेशा अपने Product और Company की, Market में Monopoly बनाने की कोशिश करते रहना चाहिए अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको उस बिज़नेस में कोई हराने वाला पैदा नहीं होगा।

कुछ लोग ये भी मानते हैं कि Monopoly गलत होती है क्योंकि इसके कारण Product की कीमत बढ़ जाती है, लेकिन एक स्टार्ट-अप Owner  को इस बात का पता होता है कि अगर उसने Product की क्वालिटी बढाये बिना ही उस Product की कीमत बढ़ा दी तो मार्केट में कोई दूसरा स्टार्ट-अप Owner पैदा हो जायेगा, जिसके कारण उसे नुकसान उठाना पढ़ सकता है।

IRCTC का नाम तो आपने सुना ही होगा। ये भारत में Monopoly का सबसे अच्छा Example है। IRCTC का मतलब होता है Indian Railway Catering and Tourism Corporation (रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) ये भारतीय रेलवे की एक सहायक प्राइवेट कंपनी है।

यह भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी है, जिसके जरिये आप रेल टिकिट बुक कर सकते हैं, यह कंपनी रेल टिकिट बुकिंग के अलावा ऑनलाइन खानपान एवं पर्यटन का Management भी करती है

क्योंकि इस फील्ड में कोई दूसरी कंपनी मौजूद नहीं इसलिये ये हमेशा मुनाफा कमाती है, और इस फील्ड में अपनी Monopoly बनाये हुए है।

एक Successful Start-up में क्या विशेषताएं होती हैं?

आपके मन में ये सवाल उठता होगा कि एक Successful Start-up में क्या विशेषताएं होनी चाहिए? Peter Thiel कहते हैं, कि किसी भी स्टार्टअप के Successful  होने के लिए उसमें कुछ विशेषताओं का होना बहुत जरुरी है।

Zero to One बुक के इस भाग में Peter Thiel द्वारा बताई गई ऐसी ही 4 Important विशेषताओं के बारे में बात की गई है, जो आपके स्टार्टअप के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगी।

  1. Proprietary 
  2. Network Effect
  3. Economy of Scale
  4. Branding 

चलिए अब इन चारों विशेषताओं को थोड़ा विस्तार समझते हैं।

1.Proprietary (संपदा)

अगर आपके Product पर आपका पूर्ण अधिकार है, यानि कि इसके ट्रैडमार्क व Copyright जैसे सभी अधिकार आपके पास हैं, तो इसी को Proprietary कहा जाता है। 

अगर आपके Business या Start-up में Proprietary की विशेषता शामिल होगी तो कोई भी अन्य कंपनी आपके Product की कॉपी नहीं कर पायेगी और आपके Start-up की हमेशा Growth होती रहेगी।

आपको पता होना चाहिए कि आप किसी भी बड़ी कंपनी के Product को बिना उस कंपनी की अनुमति लिए बिना Copy नहीं कर सकते, यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है।

यहां सबसे ध्यान देने वाली बात ये है, कि आप जिस भी उत्पाद का उत्पादन करते हैं, आपको उसका पेटेंट जरूर करा लेना चाहिए। बाकि ये प्रोडक्ट पर भी Depend करता है कि आपको पेटेंट मिलेगा या कॉपीराइट। अगर आपका Product बहुत अच्छा होगा तो उसे बेचने में कोई परेशानी नहीं होगी।

इसे भी पढ़ें: Jeet Aapki Book Summary | सफलता पाने के 10 तरीके

2.Network Effect (नेटवर्क प्रभाव)

आपको हमेशा अपने Product पर काम करना चाहिए, ताकि आप एक विशाल Network तैयार कर सकें। जिस तरह कार निर्माता कंपनी Mauti Suzuki ने देश के 1789 से भी ज्यादा शहरों में अपने 3634 Service Centers बनाकर विशाल नेटवर्क तैयार किया है, जिसकी बदोलत Mauti Suzuki आज भारत की Largest Car निर्माता कंपनी बन गई है।

3.Economy of Scale

Peter Thiel कहते हैं, कि किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने से पहले आपको ये बात ध्यान में रखनी चाहिए, कि आपको अपने Product की Quality बहुत अच्छी बनानी होगी ताकि बाद में उसे Scale करके बढ़ाया जा सके।

जैसे पतंजलि, Uber, Ola आदि कंपनियों ने किया है, ये सारे स्टार्टअप पहले छोटे से Scale से शुरू हुए थे और आज पूरी दुनिया में कमाल कर रहे हैं।

4.Branding 

उत्पादकों द्वारा अपने उत्पाद (Product) की पहचान के लिए, जिस चिन्ह का प्रयोग किया जाता है, उसे Brand कहते हैं और इस प्रक्रिया को Branding कहा जाता है।

Product का नाम या उसकी पहचान कराने वाला कोई शब्द, अक्षर, प्रतीक, डिजाइन तथा चिन्ह उस Product का ब्रांड हो सकता है।

Peter Thiel कहते हैं, कि  Business की Branding करना बहुत जरूरी है। मार्केट में अपने देखा होगा कि कुछ Product अपनी Brand Value के कारण ही बहुत ज्यादा डिमांड में रहते हैं।

ज्यादातर लोग वहीं Brand खरीदना पसंद करते हैं, जो उनकी Personality और Reputation के हिसाब से फिट होता है। ऐसे Brand लिए वो ज्यादा कीमत चुकाने को भी तैयार रहते हैं। वह उस Brand के Loyal Customer बन जाते हैं। 

आपने बहुत सी Brands के Product खरीदते होंगे। जैसे- Apple, Adidas, Samsung, Amazon, Rolls Royce, Walmart, Coca-Cola आदि। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई प्रोडक्ट Brand कैसे बनता है?

जब किसी Product की Quality मार्केट में मौजूद उस श्रेणी के अन्य Products के मुकाबले बहुत अच्छी होती है। Quality को अच्छा बनाने के लिए कंपनी को ज्यादा इन्वेस्टमेंट और एफर्ट्स लगाना पड़ता है

इसके कारण Product की कीमत भी ज्यादा हो जाती है लेकिन लोग उस Product को ज्यादा कीमत पर भी खरीदने के लिए तैयार रहते हैं क्योंकि अब ये Product एक ब्रांड बन चुका है।

How to start a Business Successfully | व्यवसाय को सफलतापूर्वक कैसे शुरू करें?

Author कहते हैं कि अगर आपके दिमाग में कोई Unique Idea है और आप अपना खुद का Business, स्टार्टअप या फिर कोई कंपनी शुरू करना चाहते हैं तो आपको यह Steps Follow करने चाहिएं।

  1. Start With a Friend
  2. Clear Role and Responsibilities
  3. Hire Full Time Employees
  4. Pay Less to Founder

चलिए अब इन चारों Steps को समझते हैं…

1.Start With a Friend

किसी भी Company की शुरुआत ऐसे इंसान के साथ करनी चाहिए, जिसे आप अच्छे से जानते हों। किसी भी अंजान व्यक्ति के साथ Business करने से बचना चाहिए वरना आपका बिजनेस बर्बाद हो सकता है।

Peter Thiel और Elon Musk, दोनों ही काफी अच्छे दोस्त थे, उन दोनों के आचार विचार आपस में काफी ज्यादा मिलते थे, वो अपने काम को लेकर हमेशा उत्साहित रहते थे।

उन दोनों ने मिलकर Paypal की शुरुआत की, जो आज Online Money Transfer की दुनिया में सबसे बड़ी कंपनी है।

2.Clear Role and Responsibilities

किसी भी Company की शुरुआत करने से पहले इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए, कि उस Comapny का Legal Owner कौन है? कौन मैनेजमेंट का काम देखेगा? कौन फाइनेंस का काम देखेगा? मार्केटिंग कौन करेगा? एचआर डिपार्टमेंट कौन देखेगा?

आपको इन सभी चीजों के लिए पहले से ही एग्रीमेंट कर लेना चाहिए, ताकि बाद में आपको किसी तरह की कोई परेशानी ना उठानी पड़े।

3.Hire Full Time Employees

आपको अपनी कंपनी में Full Time Job करने वाले Employees ही रखने चाहिएं क्योंकि Part Time Job करने वाले Employees की वजह से आपके बिजनेस की Growth धीमी पड़ जायेगी।

Full Time Job करने वाले लोग कंपनी के लिए लगन से काम करते हैं। वो जानते हैं कि अगर कम्पनी की ग्रोथ होगी, तो उनको भी बोनस के रूप फायदा होगा।

वहीं Part Time Job करने वाले कर्मचारियों को कंपनी की ग्रोथ से कोई मतलब नहीं होता है, उन्हें तो केवल पैसों से मतलब होता है।

4.Pay Less to Founder

Author कहते हैं, कि कम्पनी के Founder या CEO को बहुत ज्यादा Salary नहीं देनी चाहिए, क्योंकि अगर शुरुआती समय में ही कंपनी का सारा पैसा सैलरी देने में ही चला जायेगा तो आपकी कंपनी की ग्रोथ कैसे होगी।

इसे भी पढ़ें: IKIGAI Book Summary | खुशहाल और लम्बी जिंदगी जीने का जापानी रहस्य

Marketing (मार्केटिंग) क्या है?

Product बनाने के बाद बारी आती है, मार्केटिंग की, Marketing का मतलब है Product को बाजार में बेचने का सही तरीका। मार्केटिंग कई तरह से की जाती है। जैसे –

  1. Personal Marketing
  2. Complexx Marketing
  3. Viral Marketing
  4. Advertisement 

चलिए एक-एक करके इन सभी के बारे में समझते हैं…. 

1.Personal Marketing

Personal Marketing का मतलब है, जहां कंपनी का सेल्समैन, किसी संभावित ग्राहक की तलाश करता है और फिर उसे अपना सामान बेचता है। ये बिल्कुल उसी तरह है जैसे- किसी Insurance Company का एजेंट किसी व्यक्ति को Insurance Policy बेचता है।

2.Complex Marketing

अगर आपकी कंपनी ऐसे Product बनाती है, जिनकी कीमत लाखों या करोड़ों में हो या मानलो आपको कोई बहुत बड़ा Order मिलने वाला है, तो इस स्थिति में आपको सीधे ही अपने क्लाइंट से बात करनी होगी। ऐसी मार्केटिंग को ही Complex Marketing कहते है।

3.Viral Marketing

Viral Marketing वह है, जो Messages के माध्यम से एक Brand या Product में रुचि पैदा कराने और संभावित बिक्री कराने में सक्षम है।

दूसरे शब्दों में कहें, तो किसी Product को एक Costomer से दूसरे Customer तक तेजी से फैलाने को Viral Marketing कहा जाता है।

Viral Marketing सबसे सस्ती होने के बावजूद भी सबसे तेजी से काम करती है। इसका सबसे ज्यादा प्रयोग Apps को Downlod कराने के लिए किया जाता है। इसीलिए ज्यादातर Apps में Invite & Earn का ऑप्शन दिया जाता है।

4.Advertisement 

अगर आपके Product की कीमत बहुत कम है, और आप अपने प्रोडक्ट को ज्यादा लोगों के सामने भेजना चाहते हैं, तो Avertisement मार्केटिंग का Use कर सकते हैं। Grocery और Cosmetic के Product बनाने वाली कंपनी ज्यादातर इसी का Use करते हैं।

इसे भी पढ़ें: Mindset Book Summary | अपना Mindset बदलो जिंदगी खुद बदल जायेगी

ऐसे 7 सवाल जिनके जवाब आपको पता होने चाहिए

Author कहते हैं, कि आपको किसी भी कंपनी या स्टार्टअप की शुरुआत करने से पहले, अपने आप से ये 7 सवाल जरुर पूछने चाहिएं।

1. क्या आप ऐसा Product बनाने वाले हैं, जो मार्केट में पहले से मौजूद Product से भी 10 गुना ज्यादा बेहतर है?

2. क्या यह आपके बिजनेस की शुरुआत करने का सही समय है?

3. क्या आप अपने प्रोडक्ट की Monology बना पा रहे हैं?

4. क्या आपके पास काबिल लोगों की टीम है?

5. क्या आपका बिजनेस आगे आने वाले कुछ सालों तक अपनी Position बरकरार रख पायेगा?

6. क्या आपके पास Product को बनाने और उसकी मार्केटिंग करने का एक सही प्लान तैयार है?

7. क्या आप कोई ऐसा प्रोडक्ट बनाने वाले हैं, जिस पर लोगों का अभी तक ध्यान ही नहीं है?

अगर आपके पास इन सभी सवालों के जवाब मौजूद हैं, तो आप निश्चित रूप से तैयार हैं, किसी भी स्टार्टअप की शुरुआत करने के लिए।

FAQ | Zero to One Book Summary in Hindi

Zero to One Book किसे पढ़नी चाहिए?

Zero to One बुक हर उस इंसान को पढ़नी चाहिए जो नया Start-up या कोई Business शुरु करना चाहता है या फिर Entrepreneur बनना चाहता है।

Zero to One Book के लेखक कौन है?

Zero to One बुक के लेखक Peter Thiel और Blake master हैं।

Zero to One का मतलब  है?

जब आप Innovate (नई खोज) करके, किसी ऐसी चीज को बनाते हैं जो पहले से मार्केट में मौजूद नहीं है । इसी स्थिति को 0 से 1 की तरफ जाना कहते हैं । यहां 0 का मतलब है कुछ भी मौजूद ना होना जबकि 1 का मतलब है सब कुछ मौजूद होना।

बिज़नेस के लिए सबसे अच्छी किताब कौन सी है ?

Zero to One बिज़नेस की सबसे अच्छी किताबों में से एक है।

Conclusion

Zero to One बुक लिखने का मुख्य उद्देश्य लोगों में नए Start-up या Business को शुरु करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले महत्वपूर्ण नियम के बारे में जानकारी देना है ।

मुझे लगता है कि Zero to One Book Summary in Hindi को पढ़ने के बाद, आपको एक बार इस किताब को जरुर पढ़ना चाहिए क्योंकि यह बुक समरी तो इस किताब का सिर्फ छोटा सा हिस्सा है ।

हम आशा करते हैं कि इस Article को पढ़ने के बाद आपको अपने Start-up या Business को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद मिलेगी।

दोस्तों हमारा ये आर्टिकल Zero to One Summary in Hindi आपको कैसा लगा, हमें comment करके जरूर बताएं, साथ ही इस पोस्ट को Like और Share भी कर दें ।

यदि आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमें कमेंट जरूर बतायें । हम आपके हर सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

आप क्या बिजनेस करते हैं? या आप कौन सा बिजनेस कर रहे हैं, हमेै कमेंट करके जरुर बताएं।

Zero to One Summary in Hindi को पढ़ने और हमारे ब्लॉग www.HelperMind.com  पर आने के लिए आपका दिल से धन्यवाद !

Sharing Is Caring:

हैलो दोस्तों, HelperMind.Com एक हिंदी ब्लॉग है, यहां आपको सेल्फ-हेल्प बुक समरी, एजुकेशनल, Iformational और मोटिवेशनल आर्टिकल पढ़ने को मिलेंगे। वैसे तो यह ब्लॉग खासतौर से Students के लिए बनाया गया है। लेकिन इसमें दी गयी जानकारियां हर इंसान के लिए उपयोगी साबित होंगी। धन्यवाद!

1 thought on “Zero to One Book Summary in Hindi | बिज़नेस को सफल बनाने के 7 बेहतरीन नियम”

Leave a Comment