वर्तमान में भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है | Bharat Mein Kul Kitne Supreme Court Hai

2.8/5 - (5 votes)

दोस्तों इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है? इसके साथ ही आपको सर्वोच्च न्यायालय यानी कि सुप्रीम कोर्ट से जुडी और भी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी। जैसे–

  • भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है
  • सुप्रीम कोर्ट कहां है?
  • भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना कब हुई थी?
  • भारत में कितने सर्वोच्च न्यायालय हैं?
  • सर्वोच्च न्यायालय का गठन
  • सर्वोच्च न्यायालय की शक्तियां और कार्य
  • सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश
  • वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कौन हैं?

Table of Contents

भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है (How many Supreme Court in India)

इस लेख में आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि भारत में एक ही सुप्रीम कोर्ट है, जो नई दिल्ली में तिलक मार्ग पर स्थित है।

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court of India in Hindi)

भारत का सुप्रीम कोर्ट भारत का सर्वोच्च न्यायिक निकाय है। यह भारत का सबसे वरिष्ठ संवैधानिक न्यायालय है। भारतीय संविधान के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय अपील की अंतिम अदालत है।

सर्वोच्च न्यायालय के पास न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति होने के साथ-साथ और भी कई शक्तियां होती हैं। वर्तमान समय में सुप्रीम कोर्ट में कुल 34 न्यायाधीश हैं। सर्वोच्च न्यायालय को उच्चतम न्यायालय, सुप्रीम कोर्ट और SC भी कहा जाता है।

सर्वोच्च न्यायालय का आदर्श वाक्य (Moto)

“यतो धर्मस्ततो जय” यह भारत के सुप्रीम कोर्ट का आदर्श वाक्य है जिसका अर्थ है: जहां धार्मिकता और नैतिक कर्तव्य है, वहां जीत है।

सर्वोच्च न्यायालय का गठन

15 अगस्त 1947 ई0 को हमारा देश भारत आजाद हुआ जिसके बाद 26 जनवरी 1950 ई0 को भारत में संविधान लागू किय गया साथ ही साथ भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई और इस सर्वोच्च न्यायालय की प्रथम बैठक 28 जनवरी 1950 ई0 को की गई।

सर्वोच्च न्यायालय के अस्तित्व में आने से पहले, भारत में 1 अक्टूबर 1937 ईस्वी को भारत के संघीय न्यायालय की स्थापना की गई थी जिसे 26 जनवरी 1950 ई0 में प्रतिस्थापित करके भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई।

1958 ईस्वी तक चेंबर ऑफ प्रिंसेस (संसद भवन) ही भारत के उच्चतम न्यायालय का भवन था लेकिन वर्तमान में उच्चतम न्यायालय तिलक मार्ग नई दिल्ली में स्थित है।

इसे भी पढ़ें:- गुजरात का प्राचीन नाम क्या था?

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की संख्या

वर्तमान समय में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की कुल संख्या 34 (एक मुख्य न्यायाधीश और 33 अन्य न्यायाधीश) है लेकिन जिस समय सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई थी उस समय न्यायाधीशों की कुल संख्या 8 थी, जिसमें से एक मुख्य न्यायाधीश और 7 अन्य न्यायाधीश थे। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने का अधिकार संसद के पास होता है।

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की योग्यताएं

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की योग्यता बताई गई है। जिसके अनुसार यदि कोई व्यक्ति सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनना चाहता है, तो उसमें निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए।

  • वह व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • वह व्यक्ति किसी उच्च न्यायालय में कम से कम 5 वर्षों तक न्यायधीश रह चुका हो। या दो या दो से अधिक न्यायालय में लगातार कम से कम 5 वर्षों तक न्यायधीश रह चुका हो।
  • वह व्यक्ति किसी उच्च न्यायालय में 10 वर्षों तक अधिवक्ता के रूप में कार्य कर चुका हो।
  • उस व्यक्ति की आयु 65 वर्ष से कम होनी चाहिए।
  • उस व्यक्ति को राष्ट्रपति की नजर में एक प्रतिष्ठित न्यायवादी होना चाहिए।

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का कार्यकाल

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक कार्य कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष होती है। 

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को उनके पद से केवल महाभियोग द्वारा या दुर्व्यवहार और असमर्थता के सिद्ध होने पर संसद के दोनों सदनों द्वारा ⅔ बहुमत से पारित प्रस्ताव के आधार पर राष्ट्रपति हटा सकते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक सिर्फ एक बार ही किसी जज के विरुद्ध इस प्रकार की जांच की गई है लेकिन संसद में आवश्यक बहुमत न होने के कारण प्रस्ताव पारित नहीं किया जा सका। आपको बता दें कि यह जांच न्यायाधीश रामास्वामी के विरुद्ध की गई थी।

सर्वोच्च न्यायालय के कार्य

  • सुप्रीम कोर्ट स्वयं भारतीय संविधान के संरक्षक और अभिभावक के रूप में कार्य करता है।
  • सुप्रीम कोर्ट स्वयं किसी मामले का संज्ञान ले सकता है।
  • सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी की गाइडलाइन भारत की प्रत्येक अदालत, संघ एवं राज्य सरकारों पर बाध्यकारी है।
  • Supreme Court राज्य सरकारों के बीच, केंद्र और किसी भी राज्य सरकार के बीच, या विभिन्न सरकारी प्राधिकरणों के बीच होने वाले विवादों का निपटारा करता है।
  • सुप्रीम कोर्ट निचली अदालतों के फैसलों के खिलाफ की गई अपील को सुनता है।

सर्वोच्च न्यायालय से जुडे महत्वपूर्ण तथ्य

  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 127 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति का प्रावधान है।
  • सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को संचित निधि से वेतन दिया जाता है।
  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 137 में सुप्रीम कोर्ट को न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति दी गई है।
  • सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने का अधिकार भारत की संसद के पास है।
  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 से 147 में सुप्रीम कोर्ट से संबंधित प्रावधान दिए गए हैं।
  • भारतीय संविधान में सुप्रीम कोर्ट को भारत शासन अधिनियम 1935 द्वारा लिया गया है।
  • सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को उनके पद से हटाने के लिए लोकसभा में 100 सदस्यों द्वारा महाभियोग प्रस्ताव लाना पड़ता है।
  • सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को संसद में महाभियोग प्रस्ताव पारित होने पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा हटाया जा सकता है। 
  • सुप्रीम कोर्ट मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए रिट जारी कर सकता है।
  • मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट 5 प्रकार की रिट जारी कर सकता है।
  • हीरालाल जे. कानिया सर्वोच्च न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश थे।
  • फातिमा बीवी सर्वोच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायधीश थी।
  • यदि भारत में राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति का पद खाली हो जाए तो उसका कार्यभार भारत का मुख्य न्यायाधीश संभालता है।
  • भारत में अभी तक सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में किसी महिला को नियुक्त नहीं किया गया है।
  • सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष होती है।

Bharat Mein Kul Kitne Supreme Court Hai | FAQ

उच्चतम न्यायालय की प्रथम महिला न्यायाधीश कौन थी?

सर्वोच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायाधीश फातिमा बीवी थी। जिन्हें 1987 ई0 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश का नियुक्त किया गया था।

सुप्रीम कोर्ट में कितने जज होते हैं?

भारत के सर्वोच्च न्यायालय यानी कि सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए गए 33 अन्य न्यायाधीश होते हैं। अगर सुप्रीम कोर्ट के कुल न्यायाधीशों की संख्या की बात करें, तो मुख्य न्यायाधीश को मिलाकर सुप्रीम कोर्ट में कुल 34 न्यायाधीश हैं।

भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना कब हुई?

भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना 26 जनवरी 1950 ई0 को हुई थी और इसका उद्घाटन 28 जनवरी 1950 ई0 को हुआ था।

भारत का सर्वोच्च न्यायालय कहां स्थित है?

भारत का सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में स्थित है।

भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है?

भारत में एक सुप्रीम कोर्ट है, जो भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित है, जिसे हम सर्वोच्च न्यायालय, उच्चतम न्यायालय और SC के नाम से जानते हैं।

सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है?

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। भारत के राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करने से पूर्व सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीशों के परामर्श लेते हैं।

वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कौन हैं?

वर्तमान में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश धनञ्जय यशवंत चंद्रचूड़ इन्होंने 9 नवंबर 2022 को कार्यभार संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को Chief Justice of India  (CJI) कहा जाता है।

Conclusion

वैसे तो दोस्तों इस लेख में हमने भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है? इससे जुड़े सभी Points को Cover किया है लेकिन फिर भी आपका Supreme Court से सम्बंधित कोई सवाल है, तो आप हमसे Comment करके जरूर बताएं। हम आपके सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

Bharat Mein Kul Kitne Supreme Court Hai? इसके बारे में पढ़ने और हमारे ब्लॉग www.HelperMind.com पर Visit करने के लिए आपका दिल से धन्यवाद!

Read More:

कर्नाटक में कौन सी भाषा बोली जाती है?

केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है?

Sharing Is Caring:

हैलो दोस्तों, HelperMind.Com एक हिंदी ब्लॉग है, यहां आपको सेल्फ-हेल्प बुक समरी, एजुकेशनल, Iformational और मोटिवेशनल आर्टिकल पढ़ने को मिलेंगे। वैसे तो यह ब्लॉग खासतौर से Students के लिए बनाया गया है। लेकिन इसमें दी गयी जानकारियां हर इंसान के लिए उपयोगी साबित होंगी। धन्यवाद!

1 thought on “वर्तमान में भारत में कुल कितने सुप्रीम कोर्ट है | Bharat Mein Kul Kitne Supreme Court Hai”

  1. Aapane itna achcha achcha Gyan Diya iske liye बहुत-बहुत dhanyvad dil se badhai hai aapko jo is Bharat mein jeene ka मुख-मुख nirdesh ka gyan aapane Diya is Bharat ka nagrik hone ka naate yah sab jankariyan rakhna ati avashyak hai

    Reply

Leave a Comment