Investonomy Book Summary in Hindi | निवेश का सबसे Best तरीका

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Investonomy Book Summary in Hindi: इन्वेस्टोनॉमी बुक केवल आज के जमाने के निवेश के सिद्धांतों को नहीं बताती है बल्कि Share Market के कुछ खास रहस्यों से भी पर्दा उठाती है। यह शेयर मार्केट के प्रति लोगों के मन बैठी गलत धारणाओं और भ्रांतियों को दूर करती है।

इस बुक को अच्छी तरह पढ़ कर, आप निवेश की  एक अच्छी योजना तैयार कर पाएंगे और जल्दी ही शेयर बाजार में निवेश के जरिए दौलत कमाने में सक्षम हो जाएंगे। Investonomy बुक मौजूदा निवेशकों के साथ साथ, आपके जैसे भावी निवेशकों को सशक्त बनाने का एक सार्थक प्रयास करती है।

Table of Contents

इन्वेस्टोनॉमी बुक का सारांश हिंदी में

लेखक/Authorप्रांजल कमरा/Pranjal Kamra
प्रकाशक/PublisherPenguin Publishing House
मूल भाषा/Original LanguageEnglish
मूल शीर्षक/Original TitleInvestonomy
हिंदी अनुवाद शीर्षक/Hindi Translate Languageइन्वेस्टोनोमी
श्रेणी/GenreSelf-Help/Stock Market
ISBN978-0143455042
कंट्री ऑफ़ ओरिजिनभारत/India
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Blog Post TitleInvestonomy Book Summary in Hindi

Investonomy Book Summary in Hindi

हमारा ये आर्टिकल Investonomy Book Summary in Hindi, Pranjal Kamra द्वारा लिखी गई,  Investonomy बुक का हिंदी सारांश है। यह बुक Beginners के लिए एक Best Share Market Guide है।

दोस्तों, क्या आप भी दुनिया भर के अरबपतियों से प्रेरित हैं और आप भी उनकी तरह अमीर बनने का सपना देख रहे हैं।

क्या आप भी Share Market के उतार-चढ़ावों और इसमें निवेश के नतीजों को लेकर उलझन में हैं?

क्या सच में आपको शेयर बाजार में निवेश करने से डर लगता है?

अगर आपका जवाब हां हैं, तो आपको Investonomy Book Summary in Hindi जरूर पढ़नी चाहिए।

आइए Investonomy Book in Hindi की शुरुआत करने से पहले इस किताब के लेखक Pranjal Kamra के बारे में भी थोड़ा सा जान लेते हैं।

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प्रांजल कामरा कौन हैं?

Pranjal Kamra इन्वेस्टोनॉमी बुक के Author होने के साथ-साथ भारत के Successful Financial Experts में से एक हैं। जो अपने YouTube चैनल के जरिए Financial जानकारियां देकर निवेशकों को सशक्त बनाने में निरंतर जुटे रहते हैं।

इनके YouTube Channel पर 57 लाख से भी ज्यादा Subscribers हैं। ये SEBI रजिस्टर्ड इन्वेस्टर एडवाइजरी, फिनोलॉजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के CEO भी हैं, जो छत्तीसगढ़ की पहली और एकमात्र सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी है।

Pranjal Kamra नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट के पूर्व छात्र हैं और इन्होंने H.N.L.U (हाइड्रुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी) से Law की डिग्री प्राप्त की है।

इनके अंदर Investment को लेकर तुरंत और सही फैसले लेने की क्षमता है, जिसके कारण मात्र 27 साल की उम्र में इन्होंने काफी नाम कमाया है।

अगर आप उनके विषय में और जानना चाहते हैं या उनके द्वारा वित्तीय सेवा लेना चाहते हैं तो www.finology.in पर Visit कर सकते हैं

तो दोस्तों, आप ये मानकर चलिए, हम जिस इंसान की बुक के बारे पढ़ रहे हैं। वो हमे Share Market के बारे में सही Advice देने में सक्षम हैं।

इन्वेस्टोनॉमी बुक आपको क्यों पढ़नी चाहिए?

अगर आप इक्विटी इन्वेस्टिंग में फेल हो चुके हैं, तो इस बुक से आपको अपने ज्ञान को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इन्वेस्टोनॉमी बुक को लिखने का उद्देश्य निवेशकों को शेयर मार्केट में निवेश के बुनियादी नियमों से अवगत कराना है।

इस बुक में उन सभी बुनियादी रणनीतियों और नियमों का खुलासा किया गया है, जिनका निवेशकों द्वारा Share चुनते समय ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

इस बुक को पूरी तरह पढ़ना यह सुनिश्चित करेगा कि आप भली-भांति सीख जाएंगे कि Share Market में किस तरह सफलतापूर्वक निवेश करना चाहिए।

चलिए अब Investonomy Book Summary in Hindi की शुरुआत करते हैं

शेयर बाजार बड़े सपनों का प्रवेश द्वार है

Author कहते हैं कि आपने भी मेरी तरह अपने किसी दोस्त को कहते हुए सुना होगा, कि काश मेरे पास इतना पैसा होता कि मैं अपना कपड़ों का व्यापार शुरू कर पाता! या काश मेरे पास रेस्टोरेंट खोलने लायक पैसे होते!

ऐसी अभिलाषाओं को सुनने के बाद मैं अक्सर अपने दोस्तों का यह कहकर साहस बढ़ाता हूं कि अच्छा है, अपने सपनों को सच बनाओ। लेकिन कुछ ऐसा भी है, जो उन्हें उनके सपनों को सच करने से रोकता है।

तो ऐसा क्या है, जो आपको बड़े सपने देखने से रोकता है? Author ने यहां तीन ऐसे कारण बताए हैं जो आपको बड़े सपने देखने से रोकते हैं।

1. आपके अंदर ज्ञान, अनुभव और कौशल की कमी हो सकती है।

2. धन और स्रोतों की कमी हो सकती है।

3. समय और सहायता की कमी हो सकती है

यहां यह भी संभव है कि ऊपर दिए गए ये तीनों ही कारण आपको बड़े सपने देखने में रुकावट पैदा करते हों। लेकिन जरा सोच कर देखिए क्या व्यापार करने के लिए ये तीनों कारण जरूरी हैं या कोई और भी तरीका हो सकता है।

अगर मैं आपसे कहूं कि आप कोई भी व्यापार कर सकते हैं, बिना यह जाने कि वह कैसे किया जाता है? आप बिना धन या स्रोत के भी व्यापार कर सकते हैं। आप बिना समय व सहायता के भी व्यापार कर सकते हैं।

तो क्या आप यकीन करेंगे, शायद नहीं! ये सब सुनने में आपको बिल्कुल बकवास लग रहा होगा क्योंकि ऐसा तो सिर्फ शेयर निवेश के अवसरवादी जगत में ही संभव हो सकता है

और आपको जानकर खुशी होगी कि इस आर्टिकल में आप शेयर निवेश के इसी अवसरवादी जगत के बारे में अच्छे से जानेंगे। (Best Share Market Book in Hindi-Investonomy)

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आप शेयर बाजार से क्या उम्मीद कर सकते हैं?

शेयर बाजार में पूंजी बढ़ाने के बहुत से अवसर मौजूद हैं।

1. शेयर बाजार में निवेश करना किसी भी अच्छे व्यापार में हिस्सेदारी पाने का सबसे अच्छा तरीका है, क्योंकि यहां आपका धन पूर्णत: समर्पित बिजनेस मैनेजरों के हाथों में होता है।

यहां आप अपना धन अच्छी  संभावनाओं वाले उद्यमों में लगा सकते हैं, जिनका प्रबंधन वॉरेन बफे, रतन टाटा, गोदरेज आदि जैसे पॉजिटिव विचारों वाले लोगों के हाथों में होता है।

ऐसे लोग रोजाना पेशेवरों की बड़ी टीम के साथ मिलकर काम करते हैं, ताकि उनका बिजनेस सफल रहे। उनके बिजनेस की सफलता से ही आपकी पूंजी बढ़ती है।

तो क्या आपको लगता है कि अपनी पूंजी बढ़ाने का इससे बेहतर कोई और तरीका भी है? जहां रतन टाटा और गोदरेज जैसे दिग्गज लोग आपके लिए काम कर रहे हैं।

2. आप यहां किसी भी बिजनेस में एक छोटी सी धनराशि निवेश करते हैं, जो समय के साथ व्यापार मूल्य बढ़ने पर कई गुना हो जाती।

3. यहां धन निवेश करके उसे भूल जाने की जरूरत होती है क्योंकि किसी भी व्यापार को बढ़ने और सफल होने में में समय लगता है। शेयर बाजार अपनी पूंजी बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है।

आप जरा सोच कर देखिए, क्या आपको किसी नए कारोबार में पहले ही दिन से मुनाफा होने लगता है? बिल्कुल नहीं। आप धैर्य रखकर व्यापार के बढ़ने का इंतजार करते हैं।

आप कई वर्षों तक 12 घंटे काम करते हैं, तब जाकर व्यापार में मुनाफा कमा पाते हैं। शेयर बाजार भी ऐसा ही है। आपको सही शेयर चुनकर इसे बढ़ने का समय देना पड़ता है।

कुछ समय बाद जैसे-जैसे व्यापार बढ़ने लगता है। आपके निवेश किए गए शेयर का मूल्य भी बढ़ता है और आप मुनाफा कमाते हैं। (Investonomy Book in Hindi)

शेयर बाजार में निवेश से जुड़ी बुनियादी बातें

स्टॉक मार्केट के बारे में प्रसिद्ध वैल्यू Stock Investor पीटर लिंच कहते हैं कि “हर किसी में इतना दिमाग है कि वह स्टॉक मार्केट को समझ सके। अगर आप पांचवी कक्षा का गणित कर लेते हैं, तो आप भी स्टॉक मार्केट को समझ सकते हैं”

चलिए एक-एक करके शेयर मार्केट से जुड़ी सभी बुनियादी बातों को समझते हैं। 

शेयर (Stock) किसे कहते हैं?

किसी भी कंपनी को काम करने तथा विकसित होने के लिए एक बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है। कंपनी के लिए धन की व्यवस्था करने का एक आम तरीका होता है, किसी बैंक से लोन लेना, जिस पर कंपनी को प्रत्येक माह एक निश्चित धनराशि ब्याज के रूप में बैंक को देनी पड़ती है।

इसके अलावा कंपनी के पास धन इक्कठा करने का एक और तरीका होता है, कंपनी के शेयर जारी करके, इन्हीं शेयरों को आम लोगों यानि आप जैसे लोगों द्वारा खरीदा जाता है।

कंपनी की पूंजी को जिन छोटी इकाइयों में बांटा जाता है, उसी को शेयर कहते हैं। शेयर शब्द का मतलब कंपनी में हिस्सेदारी है।अगर आपके पास कंपनी का शेयर है, तो इसका मतलब आपके पास उस कंपनी का स्वामित्व है। आपको पूरा अधिकार होगा कि आप उस कंपनी के मुनाफे में हिस्सेदार बनें।

शेयर बाजार (Stock Market) क्या है?

शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है, जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदे-बेचे जाते हैं। आम बाजारों में आप केवल खरीदारी कर सकते हैं। लेकिन शेयर बाजार में आप खरीद भी सकते हैं और बेच भी सकते हैं। इस तरह आप दोनों ही स्थितियों को नियंत्रित कर सकते हैं

स्टॉक एक्सचेंज क्या है?

स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसी संस्था है, जो उस बाजार की मेजबानी करती है, जहां शेयर बेचने व खरीदने वाले साथ आकर शेयरों का सौदा (खरीदना या बेचना) करते हैं। साधारण शब्दों में कहें, तो शेयर क्रेताओं और विक्रेताओं को मिलाने वाले मंच को स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है।

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शेयरधारक पैसा कैसे कमाते हैं?

किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के बाद आप दो तरह से पैसा कमाते हैं। पहला डिविडेंड आय के रूप में और दूसरा निवेश का मूल्य बढ़ने पर।

1. डिविडेंड आय —किसी भी कंपनी द्वारा कमाया गया मुनाफा या तो पुनः बिजनेस में निवेश कर दिया जाता है या आय के हिस्से के रूप में शेयरधारकों के बीच बाट दिया जाता है। शेयरधारकों को दिए जाने वाले मुनाफे के हिस्से को डिविडेंड कहा जाता है।

2. निवेश मूल्यवृद्धि —शेयर मार्केट में पैसा निवेश करने का मुख्य उद्देश्य निवेश के मूल्य को बढ़ते हुवे देखना है।

शेयर की मांग कंपनी के प्रदर्शन से प्रभावित होती है, जिसके परिणाम स्वरूप शेयर के भाव में बदलाव होता है।

शेयर का भाव बढ़ने से निवेश के मूल्य में वृद्धि होती है। निवेश के मूल्य में जितनी वृद्धि होती है, उतना ही शेयरधारक को मुनाफा होता है। (आप पढ़ रहे हैं-Investonomy in Hindi)

शेयर बाजार में जोखिम मिथक या वास्तविकता?

विलियम फेदर कहते हैं, कि शेयर बाजार की सबसे मजेदार बात है कि हर बार जब कोई व्यक्ति खरीदता है, तो दूसरा बेच रहा होता है और दोनों ही अपने आपको चतुर समझ रहे होते हैं।

क्या आप नुकसान से डरते हैं? क्या आप शेयरों में अपनी मेहनत की कमाई डूबा चुके हैं? क्या आपको शेयर बाजार जोखिमपूर्ण लगता है? अगर हां तो यह अध्याय आपकी आंखें खोल देनेवाला साबित होगा।

ज्यादातर लोग शेयर बाजार में पैसों के निवेश को, जुआ खेलने के सामान ही समझते हैं। जहां कुछ ही पल में पैसे गवाने की संभावना ज्यादा होती है।

Author कहते हैं कि शेयर बाजार में निवेश जुए जैसा बिल्कुल नहीं है। आप शेयर बाजार में पैसा तभी गंवाते हैं, अगर आप एक धैर्यहीन ट्रेडर हैं।

शेयर बाजार अपनी पूंजी को कई गुना बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है, बस आप इस खेल के नियमों को अच्छे से जानते हों।

शेयर बाजार निवेश में सफलता की सबसे प्रसिद्ध कहानी वॉरेन बफे की है, जो धरती के सबसे Successful निवेशकों में से एक हैं।

वॉरेन बफे ने सारी संपत्ति शेयर मार्केट में निवेश करके कमाई है। अब विडंबना देखिए कि वित्तीय गुरु न होने पर भी, वॉरेन बफे आज एक मल्टी बिलेनियर हैं।

शेयर मार्केट निवेश आज भी हमारी शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा नहीं बन पाया है। हमें किसी भी स्कूल या कॉलेज में यह नहीं सिखाया गया कि शेयर बाजार में निवेश कैसे करें? इसीलिए आज भी हम लोग, शेयरों में निवेश की बुनियादी बातों से अनजान हैं।

आखिर क्यों आज भी ज्यादातर लोग शेयरों में निवेश करने से डरते हैं। इस बात को समझना बहुत जरूरी है। पुराने समय में शेयरों के भाव बोली लगने के आधार पर तय किए जाते थे।

प्रभावी कानून व्यवस्था न होने के कारण अनेक अनुचित स्पैक्यूलेशन हो जाते थे, जिससे भीतर के लोग भारी मुनाफा कमाते थे।

और बेचारे गरीब निवेशक धन कमाने के चक्कर में फंस जाते थे। जिसके कारण शेयर बाजार की छवि धीरे-धीरे खराब होने लगी और उसी का प्रभाव आज भी दिखाई देता है। जिसके चलते आज भी ज्यादातर लोग शेयरों में निवेश करने से डरते हैं।

लेकिन 2 अप्रैल 1992 में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) नामक नियामक बोर्ड का गठन हुआ। जो भारत में शेयरों का केंद्रीय नियंत्रण करता है। यह संस्था सभी निवेशकों के हित में कार्य करती है।

आज के समय में यह कहना गलत नहीं होगा कि शेयर बाजार शीशे जैसा साफ सुथरा है, यह आपको वैसा ही दिखता है जैसा आप देखते हैं। (Investonomy Best Share Market Book for Beginners)

शेयर बाजार बनाम अन्य वित्तीय निवेश

ज्यादातर लोग आज भी जब निवेश के बारे में सोचते हैं, तो उनके दिमाग में सबसे पहले Gold में निवेश करने का विकल्प आता है।

अगर उनके पास पैसा ज्यादा है, तो वह जमीन खरीदने का विकल्प चुनते हैं। लेकिन वह यह नहीं जानते कि किस विकल्प को चुनकर उनको अधिक रिटर्न मिलेगा।

अब हम यह समझने की कोशिश करेंगे की इक्विटी, डिबेंचर, प्रॉपर्टी और गोल्ड निवेश किस तरह काम करता है, और कौन से विकल्प चुनकर आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा।

1. डिबेंचर – डिबेंचर सिर्फ एक बांड है। जब कंपनियों को वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है, तो कंपनी एक  निश्चित ब्याज दर पर पैसा उधार लेती हैं। यदि आप डिवेंचर में निवेश करते हैं, तो आपको एक फिक्स्ड रिटर्न के साथ अपना जमा किया गया मूलधन भी वापस मिल जाता है।

2. प्रॉपर्टी – प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है। जो एक गरीब इंसान के लिए सपना देखने से कम नहीं है। प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ाने में काफी समय लगता है। यहां अच्छे रिटर्न पाने के लिए आपको धैर्य रखना पड़ता है।

3. गोल्ड – पिछले कुछ वर्षों से गोल्ड की बढ़ती मांग के चलते इसके मूल्य में अच्छी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। संतोषजनक रिटर्न कमाने वाले इन्वेस्टर्स के लिए यह निवेश का एक अच्छा तरीका है।

लेकिन इसमें सबसे बड़ी कमी यह पाई जाती है कि गोल्ड कीमत बढ़ाने का कोई बुनियादी तरीका नहीं होता।

4. इक्विटी – सोना, जमीन और बॉन्ड की तुलना में, इक्विटी में निवेश को ज्यादा जोखिमपूर्ण माना जाता है। लेकिन यह अच्छे रिटर्न पाने का सबसे बेहतर विकल्प है। इक्विटी निवेश तभी बेहतर साबित होता है, जब आप उचित दृष्टिकोण से निवेश करते हैं।

पिछले 18 वर्षों का रिटर्न देखने से पाया गया कि बॉन्ड, प्रॉपर्टी, गोल्ड, और इक्विटी में निवेश करके इन्वेस्टर्स को क्रमश: 9 प्रतिशत, 11 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 14. 6 प्रतिशत के रिटर्न प्राप्त हुए हैं।

इक्विटी में सबसे ज्यादा रिटर्न मिलने के बावजूद भी, आज भी भारत में शेयरों में निवेश करने को सबसे अंतिम विकल्प माना जाता है।

आइए अब जानते हैं कि अच्छे रिटर्न के अलावा शेयरों में निवेश करने के क्या लाभ होते हैं।

  1. लोंग टर्म कैपिटल गैन पर कम टैक्स देना पड़ता है।
  2. शेयर निवेश से डिविडेंड जैसी नियमित आय मिलती है तथा समय के साथ निवेश पूंजी का मूल्य भी बढ़ता है।
  3. शेयरों में निवेश करने पर, सोने की चोरी तथा प्रॉपर्टी के मामले में अवैध कब्जे जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।
  4. शेयर बाजार में उच्च तरलता एवं आसानी से सौदा करने का गुण होता है। यहां निवेश की गई धनराशि को आप सेकंडो में वापस निकाल सकते हैं।

नए निवेशकों का एक आम सवाल होता है कि क्या इक्विटी निवेश, बाकी विकल्पों की तुलना में हर बार बेहतर रिटर्न देता है?

तो इसका सीधा सा जवाब है—नहीं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में इक्विटी निवेश के रिटर्न बेहतर रहे हैं। लेकिन फिर भी यह कहना न्यायउचित नहीं होगा कि इसका प्रदर्शन हर समय बेहतर ही रहे। (Investonomy Ameer Banane ki Stock Market Guide)

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शेयर निवेश का मनोविज्ञान

शेयर बाजार में निवेश हर उस व्यक्ति के लिए है, जो इसे करना चाहता है। शेयर निवेश एक कला है और इसमें निवेश करने के लिए आपको यह कला सीखनी होगी।

स्मार्ट निवेशक पहले ही अधिक कमाने की लालसा में अपने हाथ जला चुके होते हैं। धन गंवाने का यह अनुभव ही नौसिखिया निवेशक को अनुभवी निवेशक बनाता है।

सीखने के 2 तरीके हैं—खुद गलती करके उनसे सीखना या फिर दूसरों की गलतियों से सीखना।

अक्सर समझदार लोग दूसरे विकल्प को चुनते हैं और दूसरों की गलतियों से सीखते हैं।

शेयर निवेश को सीखने के लिए Author ने इस बुक में कुछ अद्भुत नियम बताएं। जिनके द्वारा आप इस कला को सीख सकते हैं।

  1. किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले आपको उस कंपनी का अच्छे से विश्लेषण करना चाहिए।
  2. आपको यह समझना होगा कि आपका कोई भी पड़ोसी या शुभचिंतक या रिश्तेदार आपका निवेश सलाहकार नहीं हो सकता। केवल आप ही हैं जो अपने लिए सबसे अच्छा वित्तीय फैसला ले सकते हैं।
  3. अगर आपने किसी कंपनी के शेयर में निवेश किया है, तो आपको उस कंपनी से जुड़ी खबरों पर ध्यान रखना चाहिए और अगर कंपनी से जुड़ी कोई खबर आपको अंदरूनी महसूस हो, तो यह मान कर चलिए कि इसे जनता में जानबूझकर फैलाया गया है।
  4. आपको यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि सोशल मीडिया, वित्त संबंधी दैनिक पत्र और ऑनलाइन पोर्टल सूचनाएं प्रदान नहीं करते बल्कि उन्हें निरंतर शोरगुल मचाए रखने के पैसे दिए जाते हैं। आपको यह समझना होगा कि ये सोशल मीडिया प्लेटफार्म कोई भी ऐसी खबर नहीं देंगे, जिससे आपको लाभ हो। शेयर बाजार निवेश तो एक कला है, जिसे अनुभव और ज्ञान द्वारा सीखना पड़ता है।

अच्छा निवेशक बनने के लिए जरूरी विशेषताएं

अगर आप एक अच्छा निवेशक बनना चाहते हैं, तो आपके अंदर निम्नलिखीत विशेषताएं होना बहुत जरूरी है।

  • सीखने की क्षमता
  • बाजार के रुख के विपरीत जाने की हिम्मत
  • भावनात्मक स्थिरता
  • धैर्य
  • भविष्य में ज्यादा संपत्ति निर्माण के लिए शॉर्ट टर्म लालशाओं को त्यागने की इच्छा शक्ति।

शेयर बाजार में सही शेयर खरीदने का तरीका

जब आप किसी शेर को खरीदने का विचार बनाते हैं, तो सबसे पहले आप शेयर का भाव देखते हैं। वही इसे अच्छी या बुरी खरीद बनाता है।

मानलो अगर आपने किसी आईफोन को 40% छूट पर खरीदा है, तो यह अच्छी खरीद है। लेकिन अगर आपने उसी आईफोन को उसकी तय कीमत से अधिक पर खरीदा है तो यह एक बुरी खरीद है।

शेयर का भाव चुनना भी IPL में खिलाड़ियों की बोली लगाने जैसा ही है। जिस खिलाड़ी से हमें उम्मीद ज्यादा होती है, हम उसकी बोली उतनी ही ऊंची होती है।

इसी तरह अगर आने वाले वर्षों में आपको किसी कंपनी के बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है, तो आप उसके शेयर ऊंची कीमत पर खरीदने के लिए तैयार हो जाएंगे।

किसी भी निवेशक की, किसी भी कंपनी से उम्मीदें अलग-अलग होती हैं। इसलिए उनके लिए उस कंपनी के शेयर का फेयर प्राइस का अनुमान भी अलग ही होगा।

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शेयर निवेश करना सीखें

आपने पीटर लिंच का नाम तो सुना ही होगा, ये एक महान Share Investor हैं। फंड मैनेजर के रूप में उनका ट्रेक रिकॉर्ड सबसे बेहतरीन रहा है। उनको वैल्यू इन्वेस्टिंग के क्षेत्र में सबसे पावरफुल व्यक्ति माना जाता है।

किसी भी शेयर का चुनाव करने से पहले, आपको पीटर लिंच द्वारा बताई गई गाइडलाइंस का पालन जरूर करना चाहिए। जिनमें से कुछ मुख्य बिन्दुओं को हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।

1. सिर्फ सहज व्यवसायों के शेयर खरीदें आपको सिर्फ उस कंपनी के शेयर खरीदने चाहिए, जिसके बिजनेस को आप अच्छे से समझते हों, क्योंकि आप जिस बिजनेस को समझ नहीं सकते, आप उसके शेयरों की सही कीमत का भी आकलन नहीं कर सकते हैं।

2. कम रोमांचक उद्योगों में उबाऊ कंपनियों को तलाशना– अगर आपको अपना लक्षित निवेश उबाऊ लग रहा है, तो आप बिल्कुल सही ट्रैक पर हैं। अगर आपको अपना निवेश रोमांचक लग रहा है, तो आपको अपनी निवेश रणनीति पर पुनर्विचार करना चाहिए।

इसे एक उदाहरण से समझते हैं, बिटकॉइन अब तक की सबसे सफल क्रिप्टोकरंसी है। इसके मूल्य में उच्च अस्थिरता से बढ़ोतरी हुई है, जिसके कारण इसके भाव में काफी उतार-चढ़ाव आया है।

अधिक जोखिम लेने वाले निवेशकों को यह पसंद आया क्योंकि उन्हें शेयरों के चढ़ते भाव देखना अच्छा लगता है, जिससे वे पैसा कमा पाते हैं। लेकिन शेयर बाजार में मात्र अस्थिरता ही, हमेशा आपकी सफलता सुनिश्चित नहीं करा सकती। इसलिए जो शेयर ट्रेडर्स अधिक अस्थिरता वाले शेयरों का चुनाव करते हैं, उनको अक्सर निराशा ही हाथ लगती है।

3. अटल कंपनियों को पहचानें आपको ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहिए, जो Strong Management का Background रखती हों और जिनकी कार्यशैली बहुत अच्छी हो क्योंकि ऐसी कंपनियां हारने के बावजूद भी, अपनी सफल वापसी करने में सक्षम होती हैं। ऐसी कंपनियों को वॉरेन बफे ने दि इनऐविटेबल (अटल) नाम दिया है।

4. धैर्यवान निवेशक बनें– एक बात का हमेशा ध्यान रखें, किसी भी काम में ज्यादा जल्दी करने से काम बिगड़ता है। इसलिए किसी भी कंपनी के शेयर को चुनने से पहले, आपको उस कंपनी के बारे में अच्छे से पढ़ना चाहिए और सभी जरूरी जानकारियां जुटाने पर फोकस करना चाहिए।

5. पढ़ी या सुनी गई सलाह पर यकीन न करें किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले, आपको गहराई से उसकी रिसर्च करने का प्रयास चाहिए। आपको अखबार या न्यूज़ चैनलों पर शेयर मार्केट से जुड़ी किसी भी खबर पर आंख बंद करके विश्वास नहीं करना चाहिए।

6. ऐसी कंपनियों का चुनाव करें जो तरक्की कर रही हैं वॉरेन बफे कहते हैं कि अगर आप किसी शेयर को अपने पास 10 वर्ष नहीं रखना चाहते तो उसे 10 मिनट के लिए भी न खरीदें। इसलिए आपको अधिक रिटर्न कमाने के लिए, भारत की ऐसी कंपनियां जो तरक्की कर रही हैं, उनकी पहचान करके उनमें Long Term निवेश करना चाहिए।

7. भविष्यवाणी के आधार पर फैसले लेने से बचें किसी शेयर की 1 वर्ष बाद क्या स्थिति होगी, यह कोई नहीं बता सकता। इसलिए आपको ऐसी किसी भी भविष्यवाणी पर विश्वास नहीं करना चाहिए, जो आपने कहीं पड़ी या सुनी हो। आपको समझदारी से अच्छी रणनीति बनाकर निवेश करना चाहिए।

Quotes | Investonomy Book in Hindi में दिए गये अनमोल विचार

सरल व साधारण लोगों को भी शेयर बाज़ार से, पैसा कमाने का अधिकार है

कम समय में बाज़ार वोटिंग मशीन जैसा है, लेकिन Long Term में यह वजन करने की मशीन जैसा है

सबसे लोकप्रिय उद्योग का सबसे लोकप्रिय शेयर कभी न ख़रीदे

हमारे आस पास दो तरह के भविष्यवक्ता होते हैं- पहले, जिन्हें नहीं पता और दुसरे, जिन्हें पता नहीं कि उन्हें नहीं पता

FAQ | Investonomy Book in Hindi

शेयर मार्केट क्या है?

Share Market अथवा Stock Market एक ऐसा बाजार है, जहाँ बहुत सी कंपनियों के Shares ख़रीदे और बेचे जाते हैं। यह एक ऐसी जगह है, जहाँ कुछ लोग या तो बहुत पैसे कमा लेते हैं या अपने सारे पैसे गवा देते हैं। किसी कंपनी का Share खरीदने का मतलब है, उस कंपनी में हिस्सेदार बनना।

शेयर कब खरीदने चाहिएं?

प्रसिद्ध निवेश वॉरेन बफे कहते हैं, कि आपको उस समय शेयर खरीदना चाहिए जब पूरा स्टॉक मार्केट डरा हुआ हो और उस समय शेयर बेचना चाहिए जब पूरा बाजार लालच से भरा हो। इसका मतलब है कि जब मार्केट डरा हुआ हो तो आपको लालची बन जाना चाहिए और जब मार्केट लालची हो तब आपको डर जाना चाहिए।

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं?

भारत में सेबी से रजिस्टर्ड कुल 23 स्टॉक एक्सचेंज हैं। जिनमें से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जो मुंबई में स्थित है।

शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है?

शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट में कोई अंतर नहीं है, बल्कि इन दोनों का मतलब एक ही है। हिंदी में इसे शेयर मार्केट (शेयर बाजार) कहते हैं और अंग्रेजी में इसे स्टॉक मार्केट कहा जाता है।

भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज कौन सा है?

भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है,जो मुंबई में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1992 को हुई थी। यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।

शेयर मार्केट को समझने के लिए कौन सी बुक पढ़नी चाहिए?

शेयर मार्केट को समझने के लिए आप इन Books को पढ़ सकते हैं। Investonomy,  The Intelligent Investor, The Warren Buffet Way, Intraday Trading Ki Pehchan, Kaise Stock Market Mein Nivesh Kare आदि।

आपके पास कितने शेयर होने चाहिए?

अगर हम वॉरेन बफे की सलाह माने तो उन्होंने सिर्फ 5 से 10 शेयरों को रखने की सलाह दी है। इसका मतलब है कि आपको अपने पोर्टफोलियो में सिर्फ 5 से 10 कंपनियों के शेयर ही रखने चाहिए।

Conclusion

Investonomy बुक लिखने का मुख्य उद्देश्य लोगों में शेयर मार्केट की समझ पैदा करना है। लोगों के दिमाग से शेयर मार्केट में निवेश करने के डर को निकालना।

मुझे लगता है कि Investonomy Book Summary in Hindi को पढ़ने के बाद, आपको एक बार इस किताब को जरुर पढ़ना चाहिए क्योंकि यह बुक समरी इस किताब का सिर्फ छोटा सा हिस्सा है।

Investonomy Book Summary in Hindi
Investonomy Book Summary in Hindi

हम आशा करते हैं कि इस Article को पढ़ने के बाद, स्टॉक मार्केट से जुड़े सभी बुनियादी नियमों को समझने में आपको मदद मिली होगी।

दोस्तों हमारा ये आर्टिकल Investonomy Book in Hindi आपको कैसा लगा, हमें comment करके जरूर बताएं साथ ही इस पोस्ट को Like और Share भी कर दें।

यदि आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। आप Next कौन सी बुक समरी पढ़ना चाहते हैं, हमे जरूर बताएं। हम आपके हर सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

Investonomy Book Summary in Hindi को पढ़ने और हमारी वेबसाइट www.HelperMind.com परआने के लिए आपका दिल से धन्यवाद!

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